पुथ् धातुरूपाणि - पुथँ हिंसायाम् - चुरादिः - विधिलिङ् लकारः


 
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पोथयेत् / पोथयेद् / पोथेत् / पोथेद्
पोथयेताम् / पोथेताम्
पोथयेयुः / पोथेयुः
मध्यम
पोथयेः / पोथेः
पोथयेतम् / पोथेतम्
पोथयेत / पोथेत
उत्तम
पोथयेयम् / पोथेयम्
पोथयेव / पोथेव
पोथयेम / पोथेम
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पोथयेत / पोथेत
पोथयेयाताम् / पोथेयाताम्
पोथयेरन् / पोथेरन्
मध्यम
पोथयेथाः / पोथेथाः
पोथयेयाथाम् / पोथेयाथाम्
पोथयेध्वम् / पोथेध्वम्
उत्तम
पोथयेय / पोथेय
पोथयेवहि / पोथेवहि
पोथयेमहि / पोथेमहि
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पोथ्येत / पुथ्येत
पोथ्येयाताम् / पुथ्येयाताम्
पोथ्येरन् / पुथ्येरन्
मध्यम
पोथ्येथाः / पुथ्येथाः
पोथ्येयाथाम् / पुथ्येयाथाम्
पोथ्येध्वम् / पुथ्येध्वम्
उत्तम
पोथ्येय / पुथ्येय
पोथ्येवहि / पुथ्येवहि
पोथ्येमहि / पुथ्येमहि
 


सनादि प्रत्ययाः

उपसर्गाः