परि + लिङ्ख् + यङ्लुक् + णिच् धातुरूपाणि - लिखिँ गत्यर्थः इत्यपि केचित् - भ्वादिः - लुट् लकारः


 
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
परिलेलिङ्खयिता
परिलेलिङ्खयितारौ
परिलेलिङ्खयितारः
मध्यम
परिलेलिङ्खयितासि
परिलेलिङ्खयितास्थः
परिलेलिङ्खयितास्थ
उत्तम
परिलेलिङ्खयितास्मि
परिलेलिङ्खयितास्वः
परिलेलिङ्खयितास्मः
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
परिलेलिङ्खयिता
परिलेलिङ्खयितारौ
परिलेलिङ्खयितारः
मध्यम
परिलेलिङ्खयितासे
परिलेलिङ्खयितासाथे
परिलेलिङ्खयिताध्वे
उत्तम
परिलेलिङ्खयिताहे
परिलेलिङ्खयितास्वहे
परिलेलिङ्खयितास्महे
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
परिलेलिङ्खिता / परिलेलिङ्खयिता
परिलेलिङ्खितारौ / परिलेलिङ्खयितारौ
परिलेलिङ्खितारः / परिलेलिङ्खयितारः
मध्यम
परिलेलिङ्खितासे / परिलेलिङ्खयितासे
परिलेलिङ्खितासाथे / परिलेलिङ्खयितासाथे
परिलेलिङ्खिताध्वे / परिलेलिङ्खयिताध्वे
उत्तम
परिलेलिङ्खिताहे / परिलेलिङ्खयिताहे
परिलेलिङ्खितास्वहे / परिलेलिङ्खयितास्वहे
परिलेलिङ्खितास्महे / परिलेलिङ्खयितास्महे
 


सनादि प्रत्ययाः

उपसर्गाः