छद् धातुरूपाणि - छदँ संवरणे छदिर् ऊर्जने मित् १९२५ - चुरादिः - लोट् लकारः


 
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 

कर्तरि प्रयोगः परस्मै पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
छदयतात् / छदयताद् / छदयतु / छादयतात् / छादयताद् / छादयतु / छदतात् / छदताद् / छदतु
छदयताम् / छादयताम् / छदताम्
छदयन्तु / छादयन्तु / छदन्तु
मध्यम
छदयतात् / छदयताद् / छदय / छादयतात् / छादयताद् / छादय / छदतात् / छदताद् / छद
छदयतम् / छादयतम् / छदतम्
छदयत / छादयत / छदत
उत्तम
छदयानि / छादयानि / छदानि
छदयाव / छादयाव / छदाव
छदयाम / छादयाम / छदाम
 

कर्तरि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
छदयताम् / छादयताम् / छदताम्
छदयेताम् / छादयेताम् / छदेताम्
छदयन्ताम् / छादयन्ताम् / छदन्ताम्
मध्यम
छदयस्व / छादयस्व / छदस्व
छदयेथाम् / छादयेथाम् / छदेथाम्
छदयध्वम् / छादयध्वम् / छदध्वम्
उत्तम
छदयै / छादयै / छदै
छदयावहै / छादयावहै / छदावहै
छदयामहै / छादयामहै / छदामहै
 

कर्मणि प्रयोगः आत्मने पदम्

 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
छद्यताम् / छाद्यताम्
छद्येताम् / छाद्येताम्
छद्यन्ताम् / छाद्यन्ताम्
मध्यम
छद्यस्व / छाद्यस्व
छद्येथाम् / छाद्येथाम्
छद्यध्वम् / छाद्यध्वम्
उत्तम
छद्यै / छाद्यै
छद्यावहै / छाद्यावहै
छद्यामहै / छाद्यामहै
 


सनादि प्रत्ययाः

उपसर्गाः