कृदन्तरूपाणि - हिक्क् + णिच् + सन् + णिच् - हिक्कँ अव्यक्ते शब्दे - भ्वादिः - सेट्


 
कृत् प्रत्ययाः
कृदन्तरूपाणि
ल्युट्
जिहिक्कयिषणम्
अनीयर्
जिहिक्कयिषणीयः - जिहिक्कयिषणीया
ण्वुल्
जिहिक्कयिषकः - जिहिक्कयिषिका
तुमुँन्
जिहिक्कयिषयितुम्
तव्य
जिहिक्कयिषयितव्यः - जिहिक्कयिषयितव्या
तृच्
जिहिक्कयिषयिता - जिहिक्कयिषयित्री
क्त्वा
जिहिक्कयिषयित्वा
क्तवतुँ
जिहिक्कयिषितवान् - जिहिक्कयिषितवती
क्त
जिहिक्कयिषितः - जिहिक्कयिषिता
शतृँ
जिहिक्कयिषयन् - जिहिक्कयिषयन्ती
शानच्
जिहिक्कयिषयमाणः - जिहिक्कयिषयमाणा
यत्
जिहिक्कयिष्यः - जिहिक्कयिष्या
अच्
जिहिक्कयिषः - जिहिक्कयिषा
जिहिक्कयिषा


सनादि प्रत्ययाः

उपसर्गाः