कृदन्तरूपाणि - वि + स्कन्द् + तृच् - स्कन्दिँर् गतिशोषणयोः - भ्वादिः - अनिट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
विष्कन्तृ (पुं)
विष्कन्ता
विष्कन्त्तृ (पुं)
विष्कन्त्ता
विस्कन्तृ (पुं)
विस्कन्ता
विस्कन्त्तृ (पुं)
विस्कन्त्ता
विष्कन्त्री (स्त्री)
विष्कन्त्री
विष्कन्त्त्री (स्त्री)
विष्कन्त्त्री
विस्कन्त्री (स्त्री)
विस्कन्त्री
विस्कन्त्त्री (स्त्री)
विस्कन्त्त्री
विष्कन्तृ (नपुं)
विष्कन्तृ
विष्कन्त्तृ (नपुं)
विष्कन्त्तृ
विस्कन्तृ (नपुं)
विस्कन्तृ
विस्कन्त्तृ (नपुं)
विस्कन्त्तृ