कृदन्तरूपाणि - छिद् - छिदिँर् द्वैधीकरणे - रुधादिः - अनिट्


कृत् प्रत्ययाः
कृदन्तरूपाणि
ल्युट्
छेदनम्
अनीयर्
छेदनीयः - छेदनीया
ण्वुल्
छेदकः - छेदिका
तुमुँन्
छेत्तुम्
तव्य
छेत्तव्यः - छेत्तव्या
तृच्
छेत्ता - छेत्त्री
क्त्वा
छित्त्वा
क्तवतुँ
छिन्नवान् - छिन्नवती
क्त
छिन्नः - छिन्ना
शतृँ
छिन्दन् - छिन्दती
शानच्
छिन्दानः - छिन्दाना
ण्यत्
छेद्यः - छेद्या
घञ्
छेदः
छिदः - छिदा
क्तिन्
छित्तिः
अङ्
छिदा


सनादि प्रत्ययाः

उपसर्गाः