कृदन्तरूपाणि - दुर् + मङ्घ् + तृच् - मघिँ गत्याक्षेपे गतौ गत्यारम्भे चेत्यपरे मघिँ कैतवे च - भ्वादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
दुर्मङ्घितृ (पुं)
दुर्मङ्घिता
दुर्मङ्घित्री (स्त्री)
दुर्मङ्घित्री
दुर्मङ्घितृ (नपुं)
दुर्मङ्घितृ