सु + नन्द् धातुरूपाणि - कर्मणि प्रयोगः लोट् लकारः आत्मने पदम्

टुनदिँ समृद्धौ - भ्वादिः

 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
सुनन्द्यताम्
सुनन्द्येताम्
सुनन्द्यन्ताम्
मध्यम
सुनन्द्यस्व
सुनन्द्येथाम्
सुनन्द्यध्वम्
उत्तम
सुनन्द्यै
सुनन्द्यावहै
सुनन्द्यामहै