तद्धित् प्रत्ययाः - ठक् (स्त्री)


 
अकारान्त
अर्थ -> आर्थिकी  धर्म -> धार्मिकी  आयुर्वेद -> आयुर्वेदिकी  लाक्षण -> लाक्षणिकी  इतिहास -> ऐतिहासिकी  निमित्त -> नैमित्तिकी  ग्रीष्म -> ग्रैष्मिकी  उपदेश -> औपदेशिकी  कुमुद -> कौमुदिकी  भूत -> भौतिकी  हेमन्त -> हैमन्तिकी  लोकायत -> लौकायतिकी 
 
विशेषः
न्याय -> नैयायिकी  न्यास -> नैयासिकी 
 
आकारान्त
अमावास्या -> आमावास्यिकी  वर्षा -> वार्षिकी  लाक्षा -> लाक्षिकी  वितण्डा -> वैतण्डिकी  शुल्कशाला -> शौल्कशालिकी  रोचना -> रौचनिकी 
 
इकारान्त
अस्ति -> आस्तिकी  दधि -> दाधिकी  नास्ति -> नास्तिकी  इष्टि -> ऐष्टिकी  उपवस्ति -> औपवस्तिकी  मुनि -> मौनिकी 
 
ईकारान्त
आग्रहायणी -> आग्रहायणिकी  चैत्री -> चैत्रिकी  गोणी -> गौणिकी 
 
उकारान्त
पशु -> पाशुकी  प्रियङ्गु -> प्रैयङ्गुकी  उपजानु -> औपजानुकी 
 
ऊकारान्त
अनुसू -> आनुसुकी 
 
ऋकारान्त
चतुर्होतृ -> चातुर्होतृकी 
 
चकारान्त
वाच् -> वाचिकी  ऋच् -> आर्चिकी 
 
जकारान्त
स्फिज् -> स्फैजिकी 
 
तकारान्त
अकस्मात् -> आकस्मात्की  कथञ्चित् -> काथञ्चित्की  उदश्वित् -> औदश्वित्की  कुष्टचित् -> कौष्टचित्की 
 
दकारान्त
परिषद् -> पारिषत्की  कुष्ठविद् -> कौष्ठवित्की 
 
विशेषः
उपनिषद् -> औपनिषत्की 
 
नकारान्त
अनुगादिन् -> आनुगादिकी 
 
षकारान्त
 
विशेषः
धनुष् -> धानुष्की 
 
सकारान्त
अम्भस् -> आम्भसिकी  सहस् -> साहसिकी  उरस् -> औरसिकी  ओजस् -> औजसिकी