कृदन्तरूपाणि - घृण् + यङ्लुक् + णिच् + सन् + शानच् - घृणुँ दीप्तौ - तनादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
जरीङ्घर्णयिषमाण (पुं)
जरीङ्घर्णयिषमाणः
जरींघर्णयिषमाण (पुं)
जरींघर्णयिषमाणः
जरिङ्घर्णयिषमाण (पुं)
जरिङ्घर्णयिषमाणः
जरिंघर्णयिषमाण (पुं)
जरिंघर्णयिषमाणः
जर्ङ्घर्णयिषमाण (पुं)
जर्ङ्घर्णयिषमाणः
जर्ंघर्णयिषमाण (पुं)
जर्ंघर्णयिषमाणः
जरीङ्घर्णयिषमाणा (स्त्री)
जरीङ्घर्णयिषमाणा
जरींघर्णयिषमाणा (स्त्री)
जरींघर्णयिषमाणा
जरिङ्घर्णयिषमाणा (स्त्री)
जरिङ्घर्णयिषमाणा
जरिंघर्णयिषमाणा (स्त्री)
जरिंघर्णयिषमाणा
जर्ङ्घर्णयिषमाणा (स्त्री)
जर्ङ्घर्णयिषमाणा
जर्ंघर्णयिषमाणा (स्त्री)
जर्ंघर्णयिषमाणा
जरीङ्घर्णयिषमाण (नपुं)
जरीङ्घर्णयिषमाणम्
जरींघर्णयिषमाण (नपुं)
जरींघर्णयिषमाणम्
जरिङ्घर्णयिषमाण (नपुं)
जरिङ्घर्णयिषमाणम्
जरिंघर्णयिषमाण (नपुं)
जरिंघर्णयिषमाणम्
जर्ङ्घर्णयिषमाण (नपुं)
जर्ङ्घर्णयिषमाणम्
जर्ंघर्णयिषमाण (नपुं)
जर्ंघर्णयिषमाणम्