कृदन्तरूपाणि - सम् + प्लु + णिच्+सन् + अनीयर् - प्लुङ् गतौ - भ्वादिः - अनिट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
सम्पिप्लावयिषणीय (पुं)
सम्पिप्लावयिषणीयः
संपिप्लावयिषणीय (पुं)
संपिप्लावयिषणीयः
सम्पुप्लावयिषणीय (पुं)
सम्पुप्लावयिषणीयः
संपुप्लावयिषणीय (पुं)
संपुप्लावयिषणीयः
सम्पिप्लावयिषणीया (स्त्री)
सम्पिप्लावयिषणीया
संपिप्लावयिषणीया (स्त्री)
संपिप्लावयिषणीया
सम्पुप्लावयिषणीया (स्त्री)
सम्पुप्लावयिषणीया
संपुप्लावयिषणीया (स्त्री)
संपुप्लावयिषणीया
सम्पिप्लावयिषणीय (नपुं)
सम्पिप्लावयिषणीयम्
संपिप्लावयिषणीय (नपुं)
संपिप्लावयिषणीयम्
सम्पुप्लावयिषणीय (नपुं)
सम्पुप्लावयिषणीयम्
संपुप्लावयिषणीय (नपुं)
संपुप्लावयिषणीयम्