कृदन्तरूपाणि - सभाज + तृच् - सभाज प्रीतिदर्शनयोः प्रीतिसेवनयोरित्येके - चुरादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
सभाजयितृ (पुं)
सभाजयिता
सभाजयित्री (स्त्री)
सभाजयित्री
सभाजयितृ (नपुं)
सभाजयितृ