कृदन्तरूपाणि - परि + सम् + चक्ष् + यङ् + यत् - चक्षिँङ् व्यक्तायां वाचि अयं दर्शनेऽपि - अदादिः - अनिट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
परिसञ्चाख्याय्य (पुं)
परिसञ्चाख्याय्यः
परिसंचाख्याय्य (पुं)
परिसंचाख्याय्यः
परिसञ्चाक्शाय्य (पुं)
परिसञ्चाक्शाय्यः
परिसंचाक्शाय्य (पुं)
परिसंचाक्शाय्यः
परिसञ्चाख्याय्या (स्त्री)
परिसञ्चाख्याय्या
परिसंचाख्याय्या (स्त्री)
परिसंचाख्याय्या
परिसञ्चाक्शाय्या (स्त्री)
परिसञ्चाक्शाय्या
परिसंचाक्शाय्या (स्त्री)
परिसंचाक्शाय्या
परिसञ्चाख्याय्य (नपुं)
परिसञ्चाख्याय्यम्
परिसंचाख्याय्य (नपुं)
परिसंचाख्याय्यम्
परिसञ्चाक्शाय्य (नपुं)
परिसञ्चाक्शाय्यम्
परिसंचाक्शाय्य (नपुं)
परिसंचाक्शाय्यम्