कृदन्तरूपाणि - परि + श्रि + सन् + शतृँ - श्रिञ् सेवायाम् - भ्वादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
परिशिश्रयिषत् (पुं)
परिशिश्रयिषन्
परिशिश्रीषत् (पुं)
परिशिश्रीषन्
परिशिश्रयिषन्ती (स्त्री)
परिशिश्रयिषन्ती
परिशिश्रीषन्ती (स्त्री)
परिशिश्रीषन्ती
परिशिश्रयिषत् (नपुं)
परिशिश्रयिषत् / परिशिश्रयिषद्
परिशिश्रीषत् (नपुं)
परिशिश्रीषत् / परिशिश्रीषद्