कृदन्तरूपाणि - दुस् + श्लङ्क् + सन् + तव्य - श्लकिँ गतौ गत्यर्थः - भ्वादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
दुःशिश्लङ्किषितव्य (पुं)
दुःशिश्लङ्किषितव्यः
दुश्शिश्लङ्किषितव्य (पुं)
दुश्शिश्लङ्किषितव्यः
दुःशिश्लङ्किषितव्या (स्त्री)
दुःशिश्लङ्किषितव्या
दुश्शिश्लङ्किषितव्या (स्त्री)
दुश्शिश्लङ्किषितव्या
दुःशिश्लङ्किषितव्य (नपुं)
दुःशिश्लङ्किषितव्यम्
दुश्शिश्लङ्किषितव्य (नपुं)
दुश्शिश्लङ्किषितव्यम्