कृदन्तरूपाणि - दुर् + ऋज् + सन् + ण्वुल् - ऋजँ गतिस्थानार्जनोपार्जनेषु - भ्वादिः - सेट्


 
प्रातिपदिकम्
प्रथमा एकवचनम्
दुरृजेजिषक (पुं)
दुरृजेजिषकः
दुरृजेजिषिका (स्त्री)
दुरृजेजिषिका
दुरृजेजिषक (नपुं)
दुरृजेजिषकम्