रूप धातुरूपाणि - कर्मणि प्रयोगः आशीर्लिङ् लकारः आत्मने पदम्

रूप रूपक्रियायाम् - चुरादिः

 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
रूपिषीष्ट / रूपयिषीष्ट
रूपिषीयास्ताम् / रूपयिषीयास्ताम्
रूपिषीरन् / रूपयिषीरन्
मध्यम
रूपिषीष्ठाः / रूपयिषीष्ठाः
रूपिषीयास्थाम् / रूपयिषीयास्थाम्
रूपिषीध्वम् / रूपयिषीढ्वम् / रूपयिषीध्वम्
उत्तम
रूपिषीय / रूपयिषीय
रूपिषीवहि / रूपयिषीवहि
रूपिषीमहि / रूपयिषीमहि