मृज् धातुरूपाणि - कर्मणि प्रयोगः लुट् लकारः आत्मने पदम्

मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ - अदादिः

 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मार्जिता / मार्ष्टा
मार्जितारौ / मार्ष्टारौ
मार्जितारः / मार्ष्टारः
मध्यम
मार्जितासे / मार्ष्टासे
मार्जितासाथे / मार्ष्टासाथे
मार्जिताध्वे / मार्ष्टाध्वे
उत्तम
मार्जिताहे / मार्ष्टाहे
मार्जितास्वहे / मार्ष्टास्वहे
मार्जितास्महे / मार्ष्टास्महे