निर् + स्रोक् धातुरूपाणि - स्रोकृँ सङ्घाते इति पाठान्तरम् - भ्वादिः - कर्मणि प्रयोगः लोट् लकारः आत्मने पदम्


 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
निःस्रोक्यताम् / निस्स्रोक्यताम्
निःस्रोक्येताम् / निस्स्रोक्येताम्
निःस्रोक्यन्ताम् / निस्स्रोक्यन्ताम्
मध्यम
निःस्रोक्यस्व / निस्स्रोक्यस्व
निःस्रोक्येथाम् / निस्स्रोक्येथाम्
निःस्रोक्यध्वम् / निस्स्रोक्यध्वम्
उत्तम
निःस्रोक्यै / निस्स्रोक्यै
निःस्रोक्यावहै / निस्स्रोक्यावहै
निःस्रोक्यामहै / निस्स्रोक्यामहै