कख् + णिच् धातुरूपाणि - कखँ हसने - भ्वादिः - कर्मणि प्रयोगः लिट् लकारः आत्मने पदम्


 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
काखयाञ्चक्रे / काखयांचक्रे / काखयाम्बभूवे / काखयांबभूवे / काखयामाहे
काखयाञ्चक्राते / काखयांचक्राते / काखयाम्बभूवाते / काखयांबभूवाते / काखयामासाते
काखयाञ्चक्रिरे / काखयांचक्रिरे / काखयाम्बभूविरे / काखयांबभूविरे / काखयामासिरे
मध्यम
काखयाञ्चकृषे / काखयांचकृषे / काखयाम्बभूविषे / काखयांबभूविषे / काखयामासिषे
काखयाञ्चक्राथे / काखयांचक्राथे / काखयाम्बभूवाथे / काखयांबभूवाथे / काखयामासाथे
काखयाञ्चकृढ्वे / काखयांचकृढ्वे / काखयाम्बभूविध्वे / काखयांबभूविध्वे / काखयाम्बभूविढ्वे / काखयांबभूविढ्वे / काखयामासिध्वे
उत्तम
काखयाञ्चक्रे / काखयांचक्रे / काखयाम्बभूवे / काखयांबभूवे / काखयामाहे
काखयाञ्चकृवहे / काखयांचकृवहे / काखयाम्बभूविवहे / काखयांबभूविवहे / काखयामासिवहे
काखयाञ्चकृमहे / काखयांचकृमहे / काखयाम्बभूविमहे / काखयांबभूविमहे / काखयामासिमहे