संस्कृत नामपदानाम् अभ्यासाः - शुद्धं विकल्पं चिनुत
शुद्धं विकल्पं चिनुत
'दीर्घाणि ( अकारान्त नपुंसकलिङ्गम् )' - एकवचने परिवर्तनं कुरुत ।
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
सम्बोधन
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी
पञ्चमी
षष्ठी
सप्तमी
एक
द्वि
बहु
प्रथमा
दीर्घम्
दीर्घे
दीर्घाणि
सम्बोधन
दीर्घ
दीर्घे
दीर्घाणि
द्वितीया
दीर्घम्
दीर्घे
दीर्घाणि
तृतीया
दीर्घेण
दीर्घाभ्याम्
दीर्घैः
चतुर्थी
दीर्घाय
दीर्घाभ्याम्
दीर्घेभ्यः
पञ्चमी
दीर्घात् / दीर्घाद्
दीर्घाभ्याम्
दीर्घेभ्यः
षष्ठी
दीर्घस्य
दीर्घयोः
दीर्घाणाम्
सप्तमी
दीर्घे
दीर्घयोः
दीर्घेषु