कृदन्त - सु + राख् - राखृँ शोषणालमर्थ्योः - भ्वादिः - सेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
सुराखणम्
अनीयर्
सुराखणीयः - सुराखणीया
ण्वुल्
सुराखकः - सुराखिका
तुमुँन्
सुराखितुम्
तव्य
सुराखितव्यः - सुराखितव्या
तृच्
सुराखिता - सुराखित्री
ल्यप्
सुराख्य
क्तवतुँ
सुराखितवान् - सुराखितवती
क्त
सुराखितः - सुराखिता
शतृँ
सुराखन् - सुराखन्ती
ण्यत्
सुराख्यः - सुराख्या
अच्
सुराखः - सुराखा
घञ्
सुराखः
सुराखा


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग