कृदन्त - प्रति + श्लोक् + यङ्लुक् - श्लोकृँ सङ्घाते - भ्वादिः - सेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
प्रतिशोश्लोकनम्
अनीयर्
प्रतिशोश्लोकनीयः - प्रतिशोश्लोकनीया
ण्वुल्
प्रतिशोश्लोककः - प्रतिशोश्लोकिका
तुमुँन्
प्रतिशोश्लोकितुम्
तव्य
प्रतिशोश्लोकितव्यः - प्रतिशोश्लोकितव्या
तृच्
प्रतिशोश्लोकिता - प्रतिशोश्लोकित्री
ल्यप्
प्रतिशोश्लोक्य
क्तवतुँ
प्रतिशोश्लोकितवान् - प्रतिशोश्लोकितवती
क्त
प्रतिशोश्लोकितः - प्रतिशोश्लोकिता
शतृँ
प्रतिशोश्लोकन् - प्रतिशोश्लोकती
ण्यत्
प्रतिशोश्लोक्यः - प्रतिशोश्लोक्या
अच्
प्रतिशोश्लोकः - प्रतिशोश्लोका
घञ्
प्रतिशोश्लोकः
प्रतिशोश्लोका


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग