कृदन्त - परा + जर्त्स् + सन् + णिच् - जर्त्सँ परिभाषणहिंसातर्जनेषु - भ्वादिः - सेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
पराजिजर्त्सिषणम्
अनीयर्
पराजिजर्त्सिषणीयः - पराजिजर्त्सिषणीया
ण्वुल्
पराजिजर्त्सिषकः - पराजिजर्त्सिषिका
तुमुँन्
पराजिजर्त्सिषयितुम्
तव्य
पराजिजर्त्सिषयितव्यः - पराजिजर्त्सिषयितव्या
तृच्
पराजिजर्त्सिषयिता - पराजिजर्त्सिषयित्री
ल्यप्
पराजिजर्त्सिषय्य
क्तवतुँ
पराजिजर्त्सिषितवान् - पराजिजर्त्सिषितवती
क्त
पराजिजर्त्सिषितः - पराजिजर्त्सिषिता
शतृँ
पराजिजर्त्सिषयन् - पराजिजर्त्सिषयन्ती
शानच्
पराजिजर्त्सिषयमाणः - पराजिजर्त्सिषयमाणा
यत्
पराजिजर्त्सिष्यः - पराजिजर्त्सिष्या
अच्
पराजिजर्त्सिषः - पराजिजर्त्सिषा
पराजिजर्त्सिषा


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग