कृदन्त - दुस् + श्रम् + सन् + णिच् - श्रमुँ तपसि खेदे च - दिवादिः - सेट्
ल्युट्
दुःशिश्रमिषणम् / दुश्शिश्रमिषणम्
अनीयर्
दुःशिश्रमिषणीयः / दुश्शिश्रमिषणीयः - दुःशिश्रमिषणीया / दुश्शिश्रमिषणीया
ण्वुल्
दुःशिश्रमिषकः / दुश्शिश्रमिषकः - दुःशिश्रमिषिका / दुश्शिश्रमिषिका
तुमुँन्
दुःशिश्रमिषयितुम् / दुश्शिश्रमिषयितुम्
तव्य
दुःशिश्रमिषयितव्यः / दुश्शिश्रमिषयितव्यः - दुःशिश्रमिषयितव्या / दुश्शिश्रमिषयितव्या
तृच्
दुःशिश्रमिषयिता / दुश्शिश्रमिषयिता - दुःशिश्रमिषयित्री / दुश्शिश्रमिषयित्री
ल्यप्
दुःशिश्रमिषय्य / दुश्शिश्रमिषय्य
क्तवतुँ
दुःशिश्रमिषितवान् / दुश्शिश्रमिषितवान् - दुःशिश्रमिषितवती / दुश्शिश्रमिषितवती
क्त
दुःशिश्रमिषितः / दुश्शिश्रमिषितः - दुःशिश्रमिषिता / दुश्शिश्रमिषिता
शतृँ
दुःशिश्रमिषयन् / दुश्शिश्रमिषयन् - दुःशिश्रमिषयन्ती / दुश्शिश्रमिषयन्ती
शानच्
दुःशिश्रमिषयमाणः / दुश्शिश्रमिषयमाणः - दुःशिश्रमिषयमाणा / दुश्शिश्रमिषयमाणा
यत्
दुःशिश्रमिष्यः / दुश्शिश्रमिष्यः - दुःशिश्रमिष्या / दुश्शिश्रमिष्या
अच्
दुःशिश्रमिषः / दुश्शिश्रमिषः - दुःशिश्रमिषा - दुश्शिश्रमिषा
अ
दुःशिश्रमिषा / दुश्शिश्रमिषा