कृदन्त - दुर् + काश् + यङ्लुक् + सन् + णिच् - काशृँ दीप्तौ - दिवादिः - सेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
दुश्चाकाशिषणम्
अनीयर्
दुश्चाकाशिषणीयः - दुश्चाकाशिषणीया
ण्वुल्
दुश्चाकाशिषकः - दुश्चाकाशिषिका
तुमुँन्
दुश्चाकाशिषयितुम्
तव्य
दुश्चाकाशिषयितव्यः - दुश्चाकाशिषयितव्या
तृच्
दुश्चाकाशिषयिता - दुश्चाकाशिषयित्री
ल्यप्
दुश्चाकाशिषय्य
क्तवतुँ
दुश्चाकाशिषितवान् - दुश्चाकाशिषितवती
क्त
दुश्चाकाशिषितः - दुश्चाकाशिषिता
शतृँ
दुश्चाकाशिषयन् - दुश्चाकाशिषयन्ती
शानच्
दुश्चाकाशिषयमाणः - दुश्चाकाशिषयमाणा
यत्
दुश्चाकाशिष्यः - दुश्चाकाशिष्या
अच्
दुश्चाकाशिषः - दुश्चाकाशिषा
घञ्
दुश्चाकाशिषः
दुश्चाकाशिषा


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग


अन्य