चक्ष् ଧାତୁ ରୂପ - चक्षिँङ् व्यक्तायां वाचि अयं दर्शनेऽपि - अदादिः - ବିଧିଲିଙ୍ ଲକାର
କର୍ତରି ପ୍ରୟୋଗ ଆତ୍ମନେ ପଦ
ଏକବଚନ
ଦ୍ୱିବଚନ
ବହୁବଚନ
ପ୍ରଥମ ପୁରୁଷ
ମଧ୍ୟମ ପୁରୁଷ
ଉତ୍ତମ ପୁରୁଷ
କର୍ମଣି ପ୍ରୟୋଗ ଆତ୍ମନେ ପଦ
ଏକବଚନ
ଦ୍ୱିବଚନ
ବହୁବଚନ
ପ୍ରଥମ ପୁରୁଷ
ମଧ୍ୟମ ପୁରୁଷ
ଉତ୍ତମ ପୁରୁଷ
କର୍ତରି ପ୍ରୟୋଗ ଆତ୍ମନେ ପଦ
ଏକ.
ଦ୍ୱି.
ବହୁ.
ପ୍ରଥମ
चक्षीत
चक्षीयाताम्
चक्षीरन्
ମଧ୍ୟମ
चक्षीथाः
चक्षीयाथाम्
चक्षीध्वम्
ଉତ୍ତମ
चक्षीय
चक्षीवहि
चक्षीमहि
କର୍ମଣି ପ୍ରୟୋଗ ଆତ୍ମନେ ପଦ
ଏକ.
ଦ୍ୱି.
ବହୁ.
ପ୍ରଥମ
ख्यायेत / क्शायेत
ख्यायेयाताम् / क्शायेयाताम्
ख्यायेरन् / क्शायेरन्
ମଧ୍ୟମ
ख्यायेथाः / क्शायेथाः
ख्यायेयाथाम् / क्शायेयाथाम्
ख्यायेध्वम् / क्शायेध्वम्
ଉତ୍ତମ
ख्यायेय / क्शायेय
ख्यायेवहि / क्शायेवहि
ख्यायेमहि / क्शायेमहि
ସନାଦି ପ୍ରତ୍ୟୟ
णिच्
सन्
यङ्
णिच् + सन्
यङ् + सन्
सन् + णिच्
यङ् + णिच्
णिच् + सन् + णिच्
यङ् + सन् + णिच्
यङ् + णिच् + सन्
यङ् + णिच् + सन् + णिच्
ଉପସର୍ଗ
अभि + आङ्
उत् + आङ्
उप + आङ्
उप + सम्
परि + सम्
प्र + सम्
प्रति + आङ्
प्रति + वि
वि + आङ्
सम् + आङ्
सम् + प्र