କୃଦନ୍ତ - दुर् + लोक् + सन् + णिच् - लोकृँ भाषार्थः - चुरादिः - सेट्


 
କୃତ୍ ପ୍ରତ୍ୟୟ
କୃଦନ୍ତ
ल्युट्
दुर्लुलोकयिषणम्
अनीयर्
दुर्लुलोकयिषणीयः - दुर्लुलोकयिषणीया
ण्वुल्
दुर्लुलोकयिषकः - दुर्लुलोकयिषिका
तुमुँन्
दुर्लुलोकयिषयितुम्
तव्य
दुर्लुलोकयिषयितव्यः - दुर्लुलोकयिषयितव्या
तृच्
दुर्लुलोकयिषयिता - दुर्लुलोकयिषयित्री
ल्यप्
दुर्लुलोकयिषय्य
क्तवतुँ
दुर्लुलोकयिषितवान् - दुर्लुलोकयिषितवती
क्त
दुर्लुलोकयिषितः - दुर्लुलोकयिषिता
शतृँ
दुर्लुलोकयिषयन् - दुर्लुलोकयिषयन्ती
शानच्
दुर्लुलोकयिषयमाणः - दुर्लुलोकयिषयमाणा
यत्
दुर्लुलोकयिष्यः - दुर्लुलोकयिष्या
अच्
दुर्लुलोकयिषः - दुर्लुलोकयिषा
घञ्
दुर्लुलोकयिषः
दुर्लुलोकयिषा


ସନାଦି ପ୍ରତ୍ୟୟ

ଉପସର୍ଗ


ଅନ୍ୟ