वि + रिङ्ग् + यङ् + णिच् धातुरूपे - रिगिँ गत्यर्थः - भ्वादिः - आशीर्लिङ लकार


 
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
विरेरिङ्ग्यात् / विरेरिङ्ग्याद्
विरेरिङ्ग्यास्ताम्
विरेरिङ्ग्यासुः
मध्यम
विरेरिङ्ग्याः
विरेरिङ्ग्यास्तम्
विरेरिङ्ग्यास्त
उत्तम
विरेरिङ्ग्यासम्
विरेरिङ्ग्यास्व
विरेरिङ्ग्यास्म
 

कर्तरि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
विरेरिङ्ग्ययिषीष्ट
विरेरिङ्ग्ययिषीयास्ताम्
विरेरिङ्ग्ययिषीरन्
मध्यम
विरेरिङ्ग्ययिषीष्ठाः
विरेरिङ्ग्ययिषीयास्थाम्
विरेरिङ्ग्ययिषीढ्वम् / विरेरिङ्ग्ययिषीध्वम्
उत्तम
विरेरिङ्ग्ययिषीय
विरेरिङ्ग्ययिषीवहि
विरेरिङ्ग्ययिषीमहि
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
विरेरिङ्गिषीष्ट / विरेरिङ्ग्ययिषीष्ट
विरेरिङ्गिषीयास्ताम् / विरेरिङ्ग्ययिषीयास्ताम्
विरेरिङ्गिषीरन् / विरेरिङ्ग्ययिषीरन्
मध्यम
विरेरिङ्गिषीष्ठाः / विरेरिङ्ग्ययिषीष्ठाः
विरेरिङ्गिषीयास्थाम् / विरेरिङ्ग्ययिषीयास्थाम्
विरेरिङ्गिषीध्वम् / विरेरिङ्ग्ययिषीढ्वम् / विरेरिङ्ग्ययिषीध्वम्
उत्तम
विरेरिङ्गिषीय / विरेरिङ्ग्ययिषीय
विरेरिङ्गिषीवहि / विरेरिङ्ग्ययिषीवहि
विरेरिङ्गिषीमहि / विरेरिङ्ग्ययिषीमहि
 


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग