लोचना + कृ धातुरूपे - आशीर्लिङ लकार

डुकृञ् करणे - तनादिः

 
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
लोचनाक्रियात् / लोचनाक्रियाद्
लोचनाक्रियास्ताम्
लोचनाक्रियासुः
मध्यम
लोचनाक्रियाः
लोचनाक्रियास्तम्
लोचनाक्रियास्त
उत्तम
लोचनाक्रियासम्
लोचनाक्रियास्व
लोचनाक्रियास्म
 

कर्तरि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
लोचनाकृषीष्ट
लोचनाकृषीयास्ताम्
लोचनाकृषीरन्
मध्यम
लोचनाकृषीष्ठाः
लोचनाकृषीयास्थाम्
लोचनाकृषीढ्वम्
उत्तम
लोचनाकृषीय
लोचनाकृषीवहि
लोचनाकृषीमहि
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
लोचनाकारिषीष्ट / लोचनाकृषीष्ट
लोचनाकारिषीयास्ताम् / लोचनाकृषीयास्ताम्
लोचनाकारिषीरन् / लोचनाकृषीरन्
मध्यम
लोचनाकारिषीष्ठाः / लोचनाकृषीष्ठाः
लोचनाकारिषीयास्थाम् / लोचनाकृषीयास्थाम्
लोचनाकारिषीढ्वम् / लोचनाकारिषीध्वम् / लोचनाकृषीढ्वम्
उत्तम
लोचनाकारिषीय / लोचनाकृषीय
लोचनाकारिषीवहि / लोचनाकृषीवहि
लोचनाकारिषीमहि / लोचनाकृषीमहि
 


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग



गति