दुस् + श्रु धातुरूपे - लृट् लकार

श्रु श्रवणे - भ्वादिः

 
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
दुःश्रोष्यति / दुश्श्रोष्यति
दुःश्रोष्यतः / दुश्श्रोष्यतः
दुःश्रोष्यन्ति / दुश्श्रोष्यन्ति
मध्यम
दुःश्रोष्यसि / दुश्श्रोष्यसि
दुःश्रोष्यथः / दुश्श्रोष्यथः
दुःश्रोष्यथ / दुश्श्रोष्यथ
उत्तम
दुःश्रोष्यामि / दुश्श्रोष्यामि
दुःश्रोष्यावः / दुश्श्रोष्यावः
दुःश्रोष्यामः / दुश्श्रोष्यामः
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
दुःश्राविष्यते / दुश्श्राविष्यते / दुःश्रोष्यते / दुश्श्रोष्यते
दुःश्राविष्येते / दुश्श्राविष्येते / दुःश्रोष्येते / दुश्श्रोष्येते
दुःश्राविष्यन्ते / दुश्श्राविष्यन्ते / दुःश्रोष्यन्ते / दुश्श्रोष्यन्ते
मध्यम
दुःश्राविष्यसे / दुश्श्राविष्यसे / दुःश्रोष्यसे / दुश्श्रोष्यसे
दुःश्राविष्येथे / दुश्श्राविष्येथे / दुःश्रोष्येथे / दुश्श्रोष्येथे
दुःश्राविष्यध्वे / दुश्श्राविष्यध्वे / दुःश्रोष्यध्वे / दुश्श्रोष्यध्वे
उत्तम
दुःश्राविष्ये / दुश्श्राविष्ये / दुःश्रोष्ये / दुश्श्रोष्ये
दुःश्राविष्यावहे / दुश्श्राविष्यावहे / दुःश्रोष्यावहे / दुश्श्रोष्यावहे
दुःश्राविष्यामहे / दुश्श्राविष्यामहे / दुःश्रोष्यामहे / दुश्श्रोष्यामहे
 


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग