अनु + हन् + सन् धातुरूपे - आशीर्लिङ लकार

हनँ हिंसागत्योः - अदादिः

 
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 

कर्तरि प्रयोग परस्मैपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
अनुजिघांस्यात् / अनुजिघांस्याद्
अनुजिघांस्यास्ताम्
अनुजिघांस्यासुः
मध्यम
अनुजिघांस्याः
अनुजिघांस्यास्तम्
अनुजिघांस्यास्त
उत्तम
अनुजिघांस्यासम्
अनुजिघांस्यास्व
अनुजिघांस्यास्म
 

कर्मणि प्रयोग आत्मनेपद

 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
अनुजिघांसिषीष्ट
अनुजिघांसिषीयास्ताम्
अनुजिघांसिषीरन्
मध्यम
अनुजिघांसिषीष्ठाः
अनुजिघांसिषीयास्थाम्
अनुजिघांसिषीध्वम्
उत्तम
अनुजिघांसिषीय
अनुजिघांसिषीवहि
अनुजिघांसिषीमहि
 


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग



गति