संस्कृत क्रियापदांचा अभ्यास - चूक किंवा बरोबर

चूक किंवा बरोबर

मार्ष्टास्वः - मृज् - मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ अदादिः - कर्तरि प्रयोग लुट् लकार परस्मैपद - उत्तम पुरुषः द्विवचनम्
मार्ष्टास्मः - मृज् - मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ अदादिः - कर्तरि प्रयोग लुट् लकार परस्मैपद - उत्तम पुरुषः बहुवचनम्
मार्ष्टास्मः - मृज् - मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ अदादिः - कर्तरि प्रयोग लुट् लकार परस्मैपद - प्रथम पुरुषः द्विवचनम्
मार्ष्टारौ - मृज् - मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ अदादिः - कर्तरि प्रयोग लुट् लकार परस्मैपद - प्रथम पुरुषः द्विवचनम्
मार्ष्टारः - मृज् - मृजूँ मृजूँश् शुद्धौ अदादिः - कर्तरि प्रयोग लुट् लकार परस्मैपद - उत्तम पुरुषः बहुवचनम्