कृदन्त - परा + शक् + णिच् - शकॢँ शक्तौ - स्वादिः - अनिट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
पराशाकनम्
अनीयर्
पराशाकनीयः - पराशाकनीया
ण्वुल्
पराशाककः - पराशाकिका
तुमुँन्
पराशाकयितुम्
तव्य
पराशाकयितव्यः - पराशाकयितव्या
तृच्
पराशाकयिता - पराशाकयित्री
ल्यप्
पराशाक्य
क्तवतुँ
पराशाकितवान् - पराशाकितवती
क्त
पराशाकितः - पराशाकिता
शतृँ
पराशाकयन् - पराशाकयन्ती
शानच्
पराशाकयमानः - पराशाकयमाना
यत्
पराशाक्यः - पराशाक्या
अच्
पराशाकः - पराशाका
युच्
पराशाकना


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग


इतर