कृदन्त - निस् + मस्क् + णिच् + सन् + णिच् - मस्कँ गत्यर्थः - भ्वादिः - सेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
निर्मिमस्कयिषणम्
अनीयर्
निर्मिमस्कयिषणीयः - निर्मिमस्कयिषणीया
ण्वुल्
निर्मिमस्कयिषकः - निर्मिमस्कयिषिका
तुमुँन्
निर्मिमस्कयिषयितुम्
तव्य
निर्मिमस्कयिषयितव्यः - निर्मिमस्कयिषयितव्या
तृच्
निर्मिमस्कयिषयिता - निर्मिमस्कयिषयित्री
ल्यप्
निर्मिमस्कयिषय्य
क्तवतुँ
निर्मिमस्कयिषितवान् - निर्मिमस्कयिषितवती
क्त
निर्मिमस्कयिषितः - निर्मिमस्कयिषिता
शतृँ
निर्मिमस्कयिषयन् - निर्मिमस्कयिषयन्ती
शानच्
निर्मिमस्कयिषयमाणः - निर्मिमस्कयिषयमाणा
यत्
निर्मिमस्कयिष्यः - निर्मिमस्कयिष्या
अच्
निर्मिमस्कयिषः - निर्मिमस्कयिषा
निर्मिमस्कयिषा


सनादि प्रत्यय

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