कृदन्त - दुर् + दृप् - दृपँ हर्षमोहनयोः - दिवादिः - वेट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
दुर्दर्पणम्
अनीयर्
दुर्दर्पणीयः - दुर्दर्पणीया
ण्वुल्
दुर्दर्पकः - दुर्दर्पिका
तुमुँन्
दुर्दर्पितुम् / दुर्द्रप्तुम् / दुर्दर्प्तुम्
तव्य
दुर्दर्पितव्यः / दुर्द्रप्तव्यः / दुर्दर्प्तव्यः - दुर्दर्पितव्या / दुर्द्रप्तव्या / दुर्दर्प्तव्या
तृच्
दुर्दर्पिता / दुर्द्रप्ता / दुर्दर्प्ता - दुर्दर्पित्री / दुर्द्रप्त्री / दुर्दर्प्त्री
ल्यप्
दुर्दृप्य
क्तवतुँ
दुर्दृप्तवान् - दुर्दृप्तवती
क्त
दुर्दृप्तः - दुर्दृप्ता
शतृँ
दुर्दृप्यन् - दुर्दृप्यन्ती
क्यप्
दुर्दृप्यः - दुर्दृप्या
घञ्
दुर्दर्पः
दुर्दृपः - दुर्दृपा
क्तिन्
दुर्दृप्तिः


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग


इतर