परा + शुष् + णिच् + सन् + णिच् धातु रूप - कर्तरि प्रयोग लङ् लकार आत्मनेपद
शुषँ शोषणे - दिवादिः
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पराशुशोषयिषयत
पराशुशोषयिषयेताम्
पराशुशोषयिषयन्त
मध्यम
पराशुशोषयिषयथाः
पराशुशोषयिषयेथाम्
पराशुशोषयिषयध्वम्
उत्तम
पराशुशोषयिषये
पराशुशोषयिषयावहि
पराशुशोषयिषयामहि