आङ् + श्रि धातु रूप - कर्मणि प्रयोग लोट् लकार आत्मनेपद

श्रिञ् सेवायाम् - भ्वादिः

 
 
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
आश्रीयताम्
आश्रीयेताम्
आश्रीयन्ताम्
मध्यम
आश्रीयस्व
आश्रीयेथाम्
आश्रीयध्वम्
उत्तम
आश्रीयै
आश्रीयावहै
आश्रीयामहै