अप + नन्द् + णिच् + सन् धातु रूप - कर्तरि प्रयोग आशीर्लिङ लकार आत्मनेपद

टुनदिँ समृद्धौ - भ्वादिः

 
 
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अपनिनन्दयिषिषीष्ट
अपनिनन्दयिषिषीयास्ताम्
अपनिनन्दयिषिषीरन्
मध्यम
अपनिनन्दयिषिषीष्ठाः
अपनिनन्दयिषिषीयास्थाम्
अपनिनन्दयिषिषीध्वम्
उत्तम
अपनिनन्दयिषिषीय
अपनिनन्दयिषिषीवहि
अपनिनन्दयिषिषीमहि