कृदन्त - आङ् + हृ + सन् - हृ प्रसह्यकरणे - जुहोत्यादिः - अनिट्


 
कृत प्रत्यय
कृदन्त
ल्युट्
आजिहीर्षणम्
अनीयर्
आजिहीर्षणीयः - आजिहीर्षणीया
ण्वुल्
आजिहीर्षकः - आजिहीर्षिका
तुमुँन्
आजिहीर्षितुम्
तव्य
आजिहीर्षितव्यः - आजिहीर्षितव्या
तृच्
आजिहीर्षिता - आजिहीर्षित्री
ल्यप्
आजिहीर्ष्य
क्तवतुँ
आजिहीर्षितवान् - आजिहीर्षितवती
क्त
आजिहीर्षितः - आजिहीर्षिता
शतृँ
आजिहीर्षत् / आजिहीर्षद् - आजिहीर्षन्ती
यत्
आजिहीर्ष्यः - आजिहीर्ष्या
अच्
आजिहीर्षः - आजिहीर्षा
घञ्
आजिहीर्षः
आजिहीर्षा


सनादि प्रत्यय

उपसर्ग



अन्य