नि + स्रोक् ଧାତୁ ରୂପ - स्रोकृँ सङ्घाते इति पाठान्तरम् - भ्वादिः


 

 

ସନାଦି ପ୍ରତ୍ୟୟ

ଉପସର୍ଗ