सम् + स्तुच् + यङ्लुक् + णिच् ଧାତୁ ରୂପ - ष्टुचँ प्रसादे - भ्वादिः - କର୍ତରି ପ୍ରୟୋଗ ଲଟ୍ ଲକାର ଆତ୍ମନେ ପଦ
ଏକବଚନ
ଦ୍ୱିବଚନ
ବହୁବଚନ
ପ୍ରଥମ ପୁରୁଷ
ମଧ୍ୟମ ପୁରୁଷ
ଉତ୍ତମ ପୁରୁଷ
ଏକ.
ଦ୍ୱି.
ବହୁ.
ପ୍ରଥମ
सन्तोष्टोचयते / संतोष्टोचयते
सन्तोष्टोचयेते / संतोष्टोचयेते
सन्तोष्टोचयन्ते / संतोष्टोचयन्ते
ମଧ୍ୟମ
सन्तोष्टोचयसे / संतोष्टोचयसे
सन्तोष्टोचयेथे / संतोष्टोचयेथे
सन्तोष्टोचयध्वे / संतोष्टोचयध्वे
ଉତ୍ତମ
सन्तोष्टोचये / संतोष्टोचये
सन्तोष्टोचयावहे / संतोष्टोचयावहे
सन्तोष्टोचयामहे / संतोष्टोचयामहे