ତଦ୍ଧିତ ପ୍ରତ୍ୟୟ - यत् (स्त्री)
अकारान्त
अर्घ -> अर्घ्या
कण्ठ -> कण्ठ्या
आकाश -> आकाश्या
भाग -> भाग्या
इभ -> इभ्या
तिल -> तिल्या
दीप -> दीप्या
उदक -> उदक्या
मुख -> मुख्या
कूप -> कूप्या
वृष -> वृष्या
मेघ -> मेघ्या
ओष्ठ -> ओष्ठ्या
योग -> योग्या
ବିଶେଷ
पाद -> पाद्या / पद्या
समानोदर -> सोदर्या / समानोदर्या
हृदय -> हृद्या
आकारान्त
अग्निदेवता -> अग्निदेवत्या
सभा -> सभ्या
आमिक्षा -> आमिक्ष्या
शाखा -> शाख्या
पितृदेवता -> पितृदेवत्या
सीता -> सीत्या
उखा -> उख्या
तुला -> तुल्या
स्थूणा -> स्थूण्या
मेधा -> मेध्या
ବିଶେଷ
नासिका -> नस्या
इकारान्त
आदि -> आद्या
वास्तोष्पति -> वास्तोष्पत्या
ବିଶେଷ
नाभि -> नभ्या / नाभ्या
ईकारान्त
द्यावापृथिवी -> द्यावापृथिव्या
उकारान्त
मधु -> मधव्या
वायु -> वायव्या
ऋतु -> ऋतव्या
ବିଶେଷ
मनु -> मनुष्या
ऋकारान्त
पितृ -> पित्र्या
ओकारान्त
गो -> गव्या
औकारान्त
नौ -> नाव्या
चकारान्त
स्रुच् -> स्रुच्या
ବିଶେଷ
अपाच् -> अपाच्या
उदच् -> उदीच्या
प्रत्यच् -> प्रतीच्या
प्राच् -> प्राच्या
तकारान्त
मरुत्वत् -> मरुत्वत्या
ବିଶେଷ
तेजस्वत् -> तेजस्या
पयस्वत् -> पयस्या
रेतस्वत् -> रेतस्या
वर्चस्वत् -> वर्चस्या
नकारान्त
पथिन् -> पथ्या
साक्षिन् -> साक्ष्या
ବିଶେଷ
अध्वन् -> अध्वन्या
कर्मन् -> कर्मण्या
ब्रह्मन् -> ब्रह्मण्या
वेमन् -> वेमन्या
श्वन् -> शून्या / शुन्या
सामन् -> सामन्या
रेफान्त
ବିଶେଷ
चतुर् -> तुर्या
वकारान्त
दिव् -> दिव्या
शकारान्त
दिश् -> दिश्या
षकारान्त
हविष् -> हविष्या
आयुष् -> आयुष्या
सकारान्त
वयस् -> वयस्या
उषस् -> उषस्या
ओजस् -> ओजस्या
ବିଶେଷ
ऊधस् -> ऊधन्या
शिरस् -> शीर्षण्या / शिरस्या