କୃଦନ୍ତ - मृष् + ल्युट् - मृषुँ सेचने मृषुँ सहने च - भ्वादिः - सेट्


 
ପ୍ରାତିପଦିକ
ପ୍ରଥମା ଏକବଚନ
मर्षण (नपुं)
मर्षणम्