କୃଦନ୍ତ - परा + अश् + णिच् + शतृँ - अशूँ व्याप्तौ सङ्घाते च - स्वादिः - वेट्


 
ପ୍ରାତିପଦିକ
ପ୍ରଥମା ଏକବଚନ
पराशयत् (पुं)
पराशयन्
पराशयन्ती (स्त्री)
पराशयन्ती
पराशयत् (नपुं)
पराशयत् / पराशयद्