परा + हृ धातुरूपे - कर्मणि प्रयोग लिट् लकार आत्मनेपद

हृञ् हरणे - भ्वादिः

 
 
एकवचन
द्विवचन
अनेकवचन
प्रथम पुरुष
मध्यम पुरुष
उत्तम पुरुष
 
एक
द्वि
अनेक
प्रथम
पराजह्रे
पराजह्राते
पराजह्रिरे
मध्यम
पराजह्रिषे
पराजह्राथे
पराजह्रिढ्वे / पराजह्रिध्वे
उत्तम
पराजह्रे
पराजह्रिवहे
पराजह्रिमहे