अप + चक्ष् + सन् + णिच् धातुरूपे - चक्षिँङ् व्यक्तायां वाचि अयं दर्शनेऽपि - अदादिः


 

संयुक्त
 
 
 
कर्तरि प्रयोग - परस्मैपद
 
 
कर्तरि प्रयोग - आत्मनेपद
 
 
कर्मणि प्रयोग - आत्मनेपद
 
 
 

सनादि प्रत्यय

उपसर्ग