कृदन्त - वि + हृ + तृच् - हृ प्रसह्यकरणे - जुहोत्यादिः - अनिट्


 
प्रातिपदिक
प्रथमा एकवचन
विहर्तृ (पुं)
विहर्ता
विहर्त्री (स्त्री)
विहर्त्री
विहर्तृ (नपुं)
विहर्तृ