अति + प्लु ধাতু রূপ - লৃট্ লকার
प्लुङ् गतौ - भ्वादिः
কর্তরি প্রয়োগ আত্মনে পদ
একক
দ্বিবচন
বহুবচন
প্রথম পুরুষ
মধ্যম পুরুষ
উত্তম পুরুষ
কর্মণি প্রয়োগ আত্মনে পদ
একক
দ্বিবচন
বহুবচন
প্রথম পুরুষ
মধ্যম পুরুষ
উত্তম পুরুষ
কর্তরি প্রয়োগ আত্মনে পদ
এক
দ্বিবচন
বহু.
প্রথম
अतिप्लोष्यते
अतिप्लोष्येते
अतिप्लोष्यन्ते
মধ্যম
अतिप्लोष्यसे
अतिप्लोष्येथे
अतिप्लोष्यध्वे
উত্তম
अतिप्लोष्ये
अतिप्लोष्यावहे
अतिप्लोष्यामहे
কর্মণি প্রয়োগ আত্মনে পদ
এক
দ্বিবচন
বহু.
প্রথম
अतिप्लाविष्यते / अतिप्लोष्यते
अतिप्लाविष्येते / अतिप्लोष्येते
अतिप्लाविष्यन्ते / अतिप्लोष्यन्ते
মধ্যম
अतिप्लाविष्यसे / अतिप्लोष्यसे
अतिप्लाविष्येथे / अतिप्लोष्येथे
अतिप्लाविष्यध्वे / अतिप्लोष्यध्वे
উত্তম
अतिप्लाविष्ये / अतिप्लोष्ये
अतिप्लाविष्यावहे / अतिप्लोष्यावहे
अतिप्लाविष्यामहे / अतिप्लोष्यामहे
সনাদি প্রত্যয়
णिच्
सन्
यङ्
यङ्लुक्
णिच् + सन्
यङ् + सन्
यङ्लुक् + सन्
सन् + णिच्
यङ् + णिच्
यङ्लुक् + णिच्
णिच् + सन् + णिच्
यङ् + सन् + णिच्
यङ्लुक् + सन् + णिच्
यङ् + णिच् + सन्
यङ्लुक् + णिच् + सन्
यङ् + णिच् + सन् + णिच्
यङ्लुक् + णिच् + सन् + णिच्
উপসর্গ