കൃദന്ത - सम् + प्रति + श्रु + सन् - श्रु श्रवणे - भ्वादिः - अनिट्


 
കൃത പ്രത്യയ്
കൃദന്ത
ल्युट्
सम्प्रतिशुश्रूषणम् / संप्रतिशुश्रूषणम्
अनीयर्
सम्प्रतिशुश्रूषणीयः / संप्रतिशुश्रूषणीयः - सम्प्रतिशुश्रूषणीया / संप्रतिशुश्रूषणीया
ण्वुल्
सम्प्रतिशुश्रूषकः / संप्रतिशुश्रूषकः - सम्प्रतिशुश्रूषिका / संप्रतिशुश्रूषिका
तुमुँन्
सम्प्रतिशुश्रूषितुम् / संप्रतिशुश्रूषितुम्
तव्य
सम्प्रतिशुश्रूषितव्यः / संप्रतिशुश्रूषितव्यः - सम्प्रतिशुश्रूषितव्या / संप्रतिशुश्रूषितव्या
तृच्
सम्प्रतिशुश्रूषिता / संप्रतिशुश्रूषिता - सम्प्रतिशुश्रूषित्री / संप्रतिशुश्रूषित्री
ल्यप्
सम्प्रतिशुश्रूष्य / संप्रतिशुश्रूष्य
क्तवतुँ
सम्प्रतिशुश्रूषितवान् / संप्रतिशुश्रूषितवान् - सम्प्रतिशुश्रूषितवती / संप्रतिशुश्रूषितवती
क्त
सम्प्रतिशुश्रूषितः / संप्रतिशुश्रूषितः - सम्प्रतिशुश्रूषिता / संप्रतिशुश्रूषिता
शतृँ
सम्प्रतिशुश्रूषन् / संप्रतिशुश्रूषन् - सम्प्रतिशुश्रूषन्ती / संप्रतिशुश्रूषन्ती
यत्
सम्प्रतिशुश्रूष्यः / संप्रतिशुश्रूष्यः - सम्प्रतिशुश्रूष्या / संप्रतिशुश्रूष्या
अच्
सम्प्रतिशुश्रूषः / संप्रतिशुश्रूषः - सम्प्रतिशुश्रूषा - संप्रतिशुश्रूषा
घञ्
सम्प्रतिशुश्रूषः / संप्रतिशुश्रूषः
सम्प्रतिशुश्रूषा / संप्रतिशुश्रूषा


സനാദി പ്രത്യയ്

ഉപസർഗങ്ങൾ